छत्तीसगढ़
रायपुर पहुंची कोविशील्ड वैक्सीन की 3 लाख 50 हजार डोज, 18 से 44 साल के लोगों को लगेगा टीका
रायपुर, छत्तीसगढ़। कोविशील्ड वैक्सीन की 3 लाख 50 हजार से ज्यादा डोज रायपुर पहुंच गई है। राज्य सरकार ने अपने खर्च से ये वैक्सीन मंगाई है। प्रदेश के 18 से 44 साल के लोगों को ये वैक्सीन लगाई जाएगी।
आपको बता दें छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश के 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के निशुल्क टीकाकरण के लिए भारत बायोटेक को कोवैक्सीन के लिए और सीरम इंस्टीट्यूट को कोविशील्ड वैक्सीन के लिए ऑर्डर दिए हैं। इन दोनों कंपनियों को राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 75 लाख वैक्सीन के ऑर्डर दिए गए हैं।
छत्तीसगढ़ को अब तक प्राप्त 1.5 लाख कोवैक्सीन के लिए भारत बायोटेक को 6 करोड़ 30 लाख रुपए का भुगतान किया गया है, इसी तरह 2.9 लाख कोविशील्ड डोज के लिए सीरम इंस्टीट्यूट को 9 करोड़ 35 लाख 89 हजार 650 रुपए का अग्रिम भुगतान किया गया है।
प्रदेश के 28 जिलों में 05 मई 2021 की स्थिति में 18 ले 44 आयु वर्ग के 42,903 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत बायोटेक को 26 अप्रैल को मेल के माध्यम से आर्डर किया गया था। भारत बायोटेक के सीईओ श्री कृष्णा इल्ला से आर्डर के संबंध में अनुरोध किया गया था। सीरम इंस्टीट्यूट को भी 26 अप्रैल को मेल के माध्यम से आर्डर किया गया था। सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ आदर पूनावाला से वैक्सीन आर्डर के संबंध में अनुरोध किया गया था।
भारत सरकार द्वारा 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लिए वैक्सीन डोजेस राज्य कोष से क्रय करने और इस आयु वर्ग के नागरिकों का टीकाकरण करने की अनुमति प्रदान की गई है। इसी आधार पर छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा वैक्सीन के दोनों उत्पादकों को 75 लाख वैक्सीन डोज की मांग भेजी गई। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि राज्य के सभी नागरिकों का निःशुल्क टीकाकरण किया जाएगा ।
blog
Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।
बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।
इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।
🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए
छत्तीसगढ़
CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।
बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।
छत्तीसगढ़
निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।
छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।
दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।
-
देश4 years ago
TMC की जीत के बाद बंगाल में भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्याओं से कांप उठा देश, देखें Video
-
क्राइम4 years ago
Raipur Sex Racket: राजधानी रायपुर में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश, कमरे के अंदर जाते ही पुलिसवालों के उड़े होश
-
क्राइम4 years ago
पति ने बनाया पत्नी का Sex Video और जीजा को भेजा, हवसी जीजा ने भी किया कई बार बलात्कार, जीजा छत्तीसगढ़ में VIP बटालियन में है PSO!
-
क्राइम4 years ago
किराएदार के साथ पत्नी मना रही थी रंगरेलियां, पति ने पत्नी और उसके आशिक को दी दर्दनाक मौत
-
छत्तीसगढ़4 years ago
Chhattisgarh: चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस में 2 गिरफ्तार, Porn Video डाउनलोड कर करते थे शेयर
-
क्राइम4 years ago
जिस्म की हवस में पागल हुई Chhattisgarh की महिला! प्रेमी संग मिलकर पति की दर्दनाक हत्या
-
मनोरंजन4 years ago
Radhe Full Movie Leaked For Free Download| सलमान खान की Radhe Movie हुई लीक
-
छत्तीसगढ़4 years ago
सहायक ग्रेड 3 सहित इन पदों पर निकली भर्ती, 75000 रुपए मिलेगी सैलरी, 12वीं पास भी कर सकेंगे आवेदन