Connect with us

छत्तीसगढ़

निर्माणाधीन पुलिया पर हादसा: बाइक सवार युवक की दर्दनाक मौत

avatar

Published

on

सड़क हादसे में युवक की दर्दनाक मौत

शहडोल, ब्यौहारी थाना क्षेत्र के जोरा गांव में बीती रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई। रायपुर से सीधी अपने घर लौट रहे बाइक सवार कामता प्रसाद चौबे (38), पिता जमुना, जो मध्य प्रदेश के सीधी जिले के पीपरोहर गांव का निवासी था, की बाइक निर्माणाधीन पुलिया पर पड़े पत्थर से टकरा गई। हादसे के दौरान गंभीर चोट लगने के कारण मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

छुट्टी पर घर लौट रहा था युवक
कामता प्रसाद रायपुर में एक निजी कंपनी में कार्यरत था। छुट्टी मिलने पर वह बाइक से अपने गांव लौट रहा था। रास्ते में जोरा गांव में निर्माणाधीन पुलिया पर तेज रफ्तार बाइक पत्थर से टकरा गई, जिससे वह सड़क पर गिर गया। सिर पर हेलमेट होने के बावजूद युवक गंभीर रूप से घायल हो गया और घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।

यह भी पढ़ें   मैं तेरी मां हूं, कलंक मत लगा’ और बेटे ने तोड़ा ‘पवित्र रिश्ते’ का भरोसा, किया घिनौना कांड"

स्थानीय लोगों ने दी सूचना
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के पर्स की तलाशी लेकर उसकी पहचान की और परिवार को सूचना दी। सोमवार सुबह परिवार के लोग घटनास्थल पर पहुंचे।

पुलिस ने शुरू की विवेचना
थाना प्रभारी अरुण पांडे ने बताया कि घटना में बाइक पत्थर से टकराने के कारण हादसा हुआ। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया है।

परिवार में शोक का माहौल
युवक की अचानक मौत से परिवार में गहरा शोक छा गया है। घटना ने पुलिया निर्माण में लापरवाही और सड़क सुरक्षा के उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

blog

Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

avatar

Published

on

LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

यह भी पढ़ें   Road Accident: जांजगीर-चांपा, NH-49 पर हादसों का सिलसिला 1 की मौत, बेटी घायल, मां की हालत गंभीर

फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

यह भी पढ़ें   Bharat Bandh 2024: कल भारत बंद, 21 अगस्त को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किसने बुलाया और क्यों, जानें सबकुछ

🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

Continue Reading

छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

avatar

Published

on

बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

यह भी पढ़ें   छत्तीसगढ़ में अब तक 81 लाख मैट्रिक टन धान की हुई खरीदी
Continue Reading

छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

avatar

Published

on

नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

यह भी पढ़ें   महाराष्ट्र में चुनाव के नाम पर कर्नाटक में वसूली.पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला
Continue Reading
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement

Trending