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छत्तीसगढ़

पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर ने लगातार तीसरे दिन अपराध पीड़ितों से की सीधी बातचीत

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◆ थाना दीपका और थाना बालको के विवेचक एवं थाना प्रभारी की महिला संबंधी अपराधों की विवेचना में लापरवाही बरतने के कारण दिये गये जांच के निर्देश

दिनांक 30.05.2022 को रतन लाल डांगी, पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर द्वारा रेंज अंतर्गत जिला कोरबा के महिला संबंधी गंभीर अपराध जिनमें आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, ऐसे प्रकरणों की समीक्षा हेतु साथ ही इन अपराधों में पीड़ितों को ‘पीड़ित क्षतिपूर्ति योजना’ अंतर्गत क्षतिपूर्ति राशि प्रदाय किये जाने के संबंध में पुलिस अधीक्षक एवं राजपत्रित पुलिस अधिकारियों व विवेचकों की वर्चुअल अपराध समीक्षा बैठक ली गई। 

समीक्षा के दौरान थाना दीपका के 01 प्रकरण में पीड़िता की मृत्यु के एक वर्ष दो माह पश्चात मर्ग व अपराध की कायमी की गई साथ ही इतनी लंबी अवधि के पश्चात भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गई है, इस पर थाना प्रभारी एवं विवेचक के विरूद्ध जांच किये जाने एवं इनके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करने हेतु पुलिस अधीक्षक कोरबा को निर्देशित किया गया। थाना बालको के 01 प्रकरण की पीड़िता के द्वारा बताया गया कि उसको आरोपी के जीजा के द्वारा केस वापस लेने के लिए डराया-धमकाया जा रहा है, इस पर पुलिस अधीक्षक को पीड़िता का कथन कराया जाकर प्रकरण में तत्काल नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही किये जाने निर्देशित किया गया और प्रकरण में फरार आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया।

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बैठक में अपराधों के पीड़ितों को भी वर्चुअली सुना गया जिसमें उनको प्राप्त क्षतिपूर्ति/राहत राशि और प्रकरण के संबंध में एवं अन्य व्यक्तिगत समस्याओं को सुना गया तथा पीड़ितों से जानकारी लेकर पुलिस अधीक्षक को पीड़ितों की सभी समस्याओं का संवेदनशीलता के साथ तत्काल निराकरण करने निर्देशित किया गया। एक पीड़िता ने स्कूल में पुनः एडमिशन नहीं मिलने की समस्या बताई, जिस पर पुलिस महानिरीक्षक ने पुलिस अधीक्षक कोरबा को स्कूल के प्रिंसिपल से बात कर पीड़िता को पुनः स्कूल में एडमिशन दिलाने हेतु निर्देशित किया।

समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक जिला कोरबा के द्वारा अवगत कराया गया कि विगत तीन दिवस के भीतर कुल 09 प्रकरणों में आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है, शेष प्रकरणों की समीक्षा कर आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु प्रयास किया जाना बताया गया।

समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक जिला कोरबा भोजराम पटेल और जिले के राजपत्रित अधिकारीगण व संबंधित प्रकरणों के विवेचकगण सहित रेंज कार्यालय बिलासपुर में पदस्थ राजपत्रित अधिकारीगण उपस्थित रहे।  
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Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

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LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

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फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

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🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

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छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

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बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

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छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

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नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

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