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छत्तीसगढ़

प्रदेश में मतदाता सूची में नाम जोड़े जाने की कार्यवाही सतत प्रगतिरत

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रायपुर। विधानसभा आम निर्वाचन 2023 के पूर्व प्रदेश में निर्वाचक नामावलीयों का द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की कार्यवाही चल रही है । इस दौरान BLO द्वारा घर-घर सर्वे का कार्य किया जा रहा है। शुद्ध एवं त्रुटिरहित मतदाता सूची के निर्माण के लिए घर-घर सर्वे में नए अपंजीकृत नागरिकों, मृत तथा स्थायी रूप से स्थानांतरित मतदाताओं की पहचान की जा रही है। सर्वे में पाए जाने वाले 18 वर्ष के अपंजीकृत नागरिकों का फॉर्म 6 के माध्यम से मतदाता सूची में नाम जोड़े जाने आवेदन भी भरे जाएँगे।

इस दौरान मृत या स्थायी रूप से स्थानांतरित मतदाताओं के लिए फॉर्म 7 के माध्यम से नाम विलोपन एवं मतदाता के विवरण में किसी प्रकार के संशोधन अथवा स्थानांतरण हेतु फॉर्म 8 भरा जाएगा। इस बार पुनरीक्षण में अहर्ता तिथि 1 अक्टूबर 2023 निर्धारित है अर्थात इस तिथि को या इससे पूर्व 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले सभी नागरिकों के नाम मतदाता सूची में जोड़े जा सकेंगे। आमजनों के लिए आयोग द्वारा ऑनलाइन फॉर्म भरे जाने हेतु Voter Helpline App एवं Voter Service Portel उपलब्ध है। BLO द्वारा फॉर्म भरने हेतु BLO App का प्रयोग किया जाएगा। इच्छुक नागरिक हार्ड कॉपी में भी फॉर्म भरकर इसे BLO के पास जमा कर सकते हैं।

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भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम अनुसार मतदाता सूची का प्रारम्भिक प्रकाशन प्रदेश के सभी मतदान केन्द्रों एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की वेबसाइट में दिनांक 2 अगस्त 2023 को एवं अंतिम प्रकाशन दिनांक 4 अक्टूबर 2023 को किया जावेगा। दिनांक 2 अगस्त से 31 अगस्त तक 30 दिवस की पुनरीक्षण अवधी में सघन अभियान के तहत प्रदेश के सभी बूथों में फार्म प्राप्त करने व्यापक प्रचार-प्रसार एवं अन्य जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाएंगे। 12 एवं 13 अगस्त तथा 19 एवं 20 अगस्त 2023 को विशेष शिविरों का आयोजन भी किया जावेगा। पुनरीक्षण में प्राप्त फार्म का निराकरण सम्बंधित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा 22 सितम्बर 2023 तक किया जाएगा जिसके उपरान्त मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन दिनांक 4 अक्टूबर 2023 को किया जाएगा।

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Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

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LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

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फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

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🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

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छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

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बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

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छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

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नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

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