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छत्तीसगढ़

पुलिस महानिरीक्षक द्वारा आपराधिक प्रकरणों में हुए दोषमुक्त प्रकरणों की गई समीक्षा

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बिलासपुर। पुलिस अधीक्षकों की रेंज स्तरीय बैठक दिनांक 20.04.2023 को रेंज पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में बद्री नारायण मीणा, पुलिस महानिरीक्षक, बिलासपुर रेंज द्वारा दोषमुक्ति के प्रकरणों की समीक्षा बैठक ली गई ।

दोषमुक्ति प्रकरणों की समीक्षा के दौरान पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया कि न्यायालय में चालान प्रस्तुत करने के पूर्व इसकी समीक्षा संबंधित थाने के पर्यवेक्षणकर्ता अधिकारी नगर पुलिस अधीक्षक/अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) एवं उप पुलिस अधीक्षक के माध्यम से आवश्यक रूप से करावे। सभी प्रकरणों में जप्ती के दौरान विडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी कराये जाने और साक्ष्य के रूप में सम्मिलित कराने निर्देशित किया गया ताकि साक्षियों के पक्षद्रोही होने पर उनके विरूद्ध कार्यवाही कराई जा सके।

गंभीर अपराधों की विवेचना के संदर्भ में प्रत्येक माह प्रशिक्षण आयोजित करने हेतु कहा ताकि न्यायालयीन कार्यवाही के दौरान अभियोजन पक्ष की कमी का लाभ आरोपी पक्ष को न मिले व विवेचना के स्तर में सुधार लाया जा सके। आपराधिक प्रकरणों में विवेचना में त्रुटि के कारण दोषमुक्त प्रकरणों में विवेचकों के विरूद्ध विभागीय अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया ।

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चिन्हित अपराध योजना के तहत चिन्हांकित किये गये प्रकरणों की समीक्षा प्रत्येक सप्ताह पुलिस अधीक्षकों को किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। जिला बिलासपुर के चिन्हित अपराध पाक्सो एक्ट के प्रकरण में विवेचक द्वारा 36 दिनों के अंदर विवेचना पूर्ण कर चालान न्यायालय प्रस्तुत किया गया जिसमें आरोपी को 20 वर्ष के सश्रम कारावास एवं अर्थदण्ड से दंडित किया गया। इसी प्रकार जिला मुंगेली से चिन्हित अपराध में नाबालिक बच्ची से अनैतिक कृत्य करने वाले आरोपी बस कंडक्टर के विरूद्ध 13 दिवस के भीतर विवेचना पूर्ण कर चालान न्यायालय प्रस्तुत किया गया जिसमें आरोपी को 20 वर्ष का कठोर कारावास का दण्ड दिया गया। जिला सक्ती में नाबालिग से छेड़छाड के मामले में 24 घंटे में विवेचना पूर्ण कर चालानी कार्यवाही की गई जिसमें न्यायालय द्वारा आरोपी को 03 वर्ष का कारावास एवं अर्थदण्ड से दंडित किया गया। पुलिस महानिरीक्षक द्वारा इन प्रकरणों में सफलता के लिए संबंधित पुलिस अधीक्षकों की सराहना की गई।

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वर्चुअल बैठक में सम्मिलित पुलिस अधीक्षकों को आगामी दिनों में आने वाले पर्व अंतर्गत अक्षय तृतीया/परशुराम प्रगटोत्सव एवं ईद-उल-फितर पर्व को ध्यान में साम्प्रदायिक सौहार्द्र सुनिश्चित करने हेतु शांति समिति की बैठक आयोजित करने निर्देश दिये गये। इन पर्वो में पर्याप्त बल व्यवस्था लगाकर कानून-व्यवस्था एवं सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित करने हेतु कहा गया।

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Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

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LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

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फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

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🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

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छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

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बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

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छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

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नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

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