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छत्तीसगढ़

CG: कांग्रेस नेता का बेटा गिरफ्तार, पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप

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रायपुर, 18 अक्टूबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में कांग्रेस नेता के बेटे और उसके नौ साथियों को पुलिसकर्मियों के साथ कथित रूप से मारपीट करने और ग्रामीणों को कुचलने की कोशिश करने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

घटना के बाद राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कांग्रेस पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।

कोंडागांव जिले के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि इस महीने की 13 तारीख को कोंडागांव थाना क्षेत्र के विकास नगर इलाके के एक स्टेडियम में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव मनीष श्रीवास्तव के बेटे सिद्धार्थ श्रीवास्तव और उसके नौ अन्य साथियों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की थी।

तिवारी ने बताया कि पुलिस ने श्रीवास्तव समेत दस आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिले के एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग नवरात्रि उत्सव के दौरान स्टेडियम में चल रहे एक गरबा कार्यक्रम में विवाद पैदा कर रहे हैं।

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सूचना के बाद पुलिस उपाधीक्षक निमितेश सिंह पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि पुलिस जब वहां पहुंची तब श्रीवास्तव और उसके मित्रों ने कथित तौर पर पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की और जब एक पुलिस उपाधीक्षक मौके पर पहुंचे तब आरोपियों ने उनके साथ भी कथित दुर्व्यवहार किया।

बाद में श्रीवास्तव एक कार में सवार हो गया और पुलिसकर्मियों तथा वहां मौजूद लोगों को कुचलने की कोशिश करने लगा। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना के तत्काल बाद पुलिस ने श्रीवास्तव को पकड़ लिया और दूसरे दिन नौ अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया ।

घटना के बाद सत्ताधारी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता और पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने कहा है कि जब इस सरकार में पुलिसकर्मी सुरक्षित नहीं हैं तब आम लोग कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे।

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उसेंडी ने दावा किया कि यह घटना राजनीतिक शक्ति के दुरुपयोग का उदाहरण है और यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटना हुई है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस सरकार में अक्सर हो रहा है।

वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मनीष श्रीवास्तव पार्टी के नेता हैं उनके बेटे नहीं और वह पहले ही कह चुके हैं कि कानून अपना काम करेगा।

शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस सरकार में सभी के साथ न्याय होगा और कोई भी व्यक्ति हो यदि उसने अपराध किया है तो कानून के तहत उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

भाषा संजीव संजीव रंजन

रंजन

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Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

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LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

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फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

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🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

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छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

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बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

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छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

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नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

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