Connect with us

छत्तीसगढ़

CG: जूही व्यास ने विश्वस्तरीय ब्यूटी कांटेस्ट में बढ़ाया देश का मान, पीपुल्स चॉईस का ताज किया अपने नाम

avatar

Published

on

दुर्ग। दुर्ग शहर की बेटी जूही व्यास ने विश्वस्तरीय ब्यूटी कांटेस्ट में देश का मान बढ़ाया है। उन्होने अमेरिका के कैलिफोर्निया में आयोजित मिसेज ग्लोब कांटेस्ट-2023 में मिसेज ग्लोब पीपुल्स चॉईस का ताज अपने नाम किया है, वहीं कांटेस्ट में वुमन ऑफ द ईयर, बेस्ट नेशनल कॉस्टयूम और बेस्ट प्रतिभागी का अवार्ड जीत कर कांटेस्ट में सर्वाधिक अवार्ड जीतने का नया रिकार्ड बनाया है।

कांटेस्ट में 80 से अधिक देशों के प्रतिभागी शामिल हुए। उन्हे अपने शानदार प्रदर्शन के बल पर पछाड़ते हुए जूही व्यास ने मिसेज ग्लोब के टॉप 6 में जगह बनाई और अंतिम राउंड में मिसेज ग्लोब पीपुल्स चॉईस के ताज पर कब्जा किया। वे यूरोप की प्रतिभागी लाना से एक पायदान पीछे रह गई। जूही व्यास ने कांटेस्ट में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। मिसेज ग्लोब ब्यूटी कांटेस्ट में मिसेज ग्लोब पीपुल्स चॉईस के ताज के अलावा वुमन ऑफ द ईयर, बेस्ट नेशनल कॉस्टयूम, बेस्ट प्रतिभागी का अवार्ड अपने नाम करने वाली जूही व्यास पहली भारतीय महिला है। उन्होने अपनी जीत का श्रेय अपने तमाम फेंस को दिया है। जूही व्यास के दुर्ग आगमन पर फेंस ने जगह-जगह उनका स्वागत किया और विश्वस्तरीय उपलब्धि पर मिठाईयां बांटकर जमकर खुशियां मनाई।

यह भी पढ़ें   सारंगढ़ बिलाईगढ़ : चांटीपाली में सम्पन्न हुआ माहवारी स्वच्छता दिवस कार्यक्रम

मिसेज ग्लोब ब्यूटी कांटेस्ट में दूसरा स्थान प्राप्त कर दुर्ग वापस लौटी जूही व्यास ने सोमवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि विश्वस्तरीय कांटेस्ट मिसेज ग्लोब में देश का परचम लहराने के लिए मैं पिछले तीन वर्षो से तैयारी कर रही थी। जिसके सार्थक परिणाम आए है। मिसेज ग्लोब पीपुल्स चॉईस का ताज व अन्य तीन अवार्डस ने देश की प्रतिभा का विश्व में लोहा मनवाया है।

जूही व्यास ने बताया कि मिसेज ग्लोब में उपलब्धि हासिल करने के फलस्वरुप उन्हे 2024 में चीन में आयोजित होने वाले मिसेज ग्लोब में जज की भूमिका मिली है। जज की भूमिका को लेकर मैं काफी उत्साहित हूं। मीडिया से चर्चा के दौरान जूही व्यास के साथ उनके पति शांतनु व्यास भी मौजूद थे। मालूम हो कि दुर्ग शहर की बेटी जूही व्यास मिसेज ग्लोब ब्यूटी कांटेस्ट में दूसरा स्थान प्राप्त करने के पहले मिसेज इंडिया-2022 का रनरअप और मिसेज इंडिया ग्लोब 2023 का ताज अपने नाम कर चुकी है। जूही दुर्ग शहर में पली बढ़ी हैं। डीपीएस स्कूल से उन्होने प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की है। साफ्ट इंजीनियर होने के बावजूद उन्होने ब्यूटी कांटेस्ट का क्षेत्र चुना हैं।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

blog

Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

avatar

Published

on

LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

यह भी पढ़ें   सारंगढ़ बिलाईगढ़ : चांटीपाली में सम्पन्न हुआ माहवारी स्वच्छता दिवस कार्यक्रम

फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

यह भी पढ़ें   बिलासपुर पुलिस की कबाड़ियों के विरूद्ध कार्यवाही जारी, 17 टन का कबाड़ किया गया जप्त

🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

Continue Reading

छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

avatar

Published

on

बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

यह भी पढ़ें   घाटी में गिरी यात्रियों से भरी बस : 15 यात्री घायल, दो गंभीर...
Continue Reading

छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

avatar

Published

on

नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

यह भी पढ़ें   बाढ़ की मार : छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल के कोंटा और भद्राचलम में आई भयंकर बाढ़ के कारण जनजीवन प्रभावित, ट्रक चालकों को मिली राहत
Continue Reading
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement

Trending