Connect with us

छत्तीसगढ़

प्रेशर हॉर्न का प्रयोग करने वाले बसों पर यातायात पुलिस की कार्यवाही

avatar

Published

on

बिलासपुर| पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के मार्ग निर्देशन पर दिनांक 26 जून 2021 को निजी बस मालिक संघ बिलासपुर की बैठक यातायात पुलिस परिवहन एवं निगम प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से ली गई जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित बघेल क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी पी0पी शर्मा एवं उपायुक्त नगर पालिका निगम अजय सिंह सहित बस मालिक संघ के पदाधिकारी उपस्थित हुए। विदित हो कि बैठक में एजेंडा बिंदुओं पर आपसी चर्चा करने के उपरांत संबंधित विभाग के अधिकारियों एवं संघ पदाधिकारियों द्वारा रायपुर रोड में आवासीय परिसर से शहरी क्षेत्र में नेहरू चौक से महामाया चौक कोनी तक सभी प्रकार की बसों व स्लीपर कोच बसों में प्रेशर एवं कर्कश हार्न का प्रयोग नहीं किए जाने तथा प्रायोगिक तौर पर 03 दिवस उपरांत ऐसे हॉर्न का प्रयोग करते पाए जाने पर वैधानिक कार्यवाही पर आम सहमति बनी थी।

यह भी पढ़ें   नाबालिक लड़की को बहला-फुसलाकर बलात्कार करने वाले आरोपी को कोटा पुलिस ने किया गिरफ्तार

इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित बघेल ने बताया कि दिनांक 29 जून की मध्य रात्रि से 30 जून की प्रातः के बीच यातायात पुलिस की नाइट सघन पेट्रोलिंग टीम, जिसमें यातायात लिंक रोड के निरीक्षक एस0 एक्का सहायक उपनिरीक्षक कुंज राम जगत,आरक्षक घनश्याम राठौर मूलचंद राठौर, हेमंत राव ,कुशल कौशिक द्वारा कार्यवाही करते हुए नेहरू चौक पर स्लीपर कोच बसों द्वारा प्रेशर हार्न का प्रयोग करते पाए जाने पर मौके पर ही कुल 12 बसों पर ₹6,000 =00 रुपए प्रशमन शुल्क काटे जाने एवं हॉर्न को बसों से हटाए जाने की कार्यवाही की गई , कुछ प्रकरण में प्रकरण निकाल हेतु कोर्ट चालान बनाए गए।

26 जून को आहूत मीटिंग में तय किए गए एजेंडा बिंदुओं के परिपालन हेतु 03 दिवस का समय प्रायोगिक तौर पर नियत किया गया था। इसके उपरांत चिन्हित बिंदुओं के द्वारा उल्लंघन की दशा में वैधानिक कार्यवाही किए जाने बस मालिक संघ ने अपनी सहमति दी थी । जिसमें महत्वपूर्ण बिंदु कर्कश एवं प्रेशर हॉर्न का प्रयोग नहीं करने इन्हें बस वाहन से हटाए जाने एवं केवल मानक स्तर के हार्न का प्रयोग किया जाना प्रमुख बिंदु था। यातायात पुलिस की संघ के समस्त बस ऑपरेटरों उनके चालक एवं परिचालकों से पुनः अपील है कि जनहित को ध्यान में रखते हुए चिन्हित मार्ग आवासीय परिसर से नेहरू चौक वाया कोनी तक बसों में प्रेशर हॉर्न का प्रयोग ना करें । आगामी दिनों में भी यातायात पुलिस द्वारा लगातार ऐसे वाहनों पर सघन कार्यवाही की जावेगी।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

blog

Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

avatar

Published

on

LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

यह भी पढ़ें   Positive News: छत्तीसगढ़ के स्कूलों में ड्रॉप आउट राष्ट्रीय दर से कम

फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

यह भी पढ़ें   कलेक्टर ने जनदर्शन में सुनी आम लोगों की समस्याएं

🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

Continue Reading

छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

avatar

Published

on

बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

यह भी पढ़ें   स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ द्वारा शुल्क वृद्धि के संबंध में कलेक्टर के माध्यम से कुलपति को सौपा गया ज्ञापन
Continue Reading

छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

avatar

Published

on

नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

यह भी पढ़ें   कलेक्टर ने जनदर्शन में सुनी आम लोगों की समस्याएं
Continue Reading
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement

Trending