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छत्तीसगढ़

1 से 13 अगस्त तक मनाया जाएगा वजन त्यौहार, कुपोषण की स्थिति का होगा सहीं आकलन…

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रायपुर| जिले में प्रदेशव्यापी वजन त्यौहार के अंतर्गत 1 से 13 अगस्त तक सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में वजन त्यौहार मनाया जाएगा। इसमें 0 से 06 वर्ष तक सभी बच्चों का वजन लेकर कुपोषण की वास्तविक स्थिति का पता लगाया जाएगा। 0 से 06 वर्ष के सभी बच्चों का वजन क्लस्टरवार तिथि का निर्धारण करते हुए क्लस्टर के चिन्हांकित आंगनबाड़ी केन्द्रो में किया जाएगा। कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने सभी पालकों से आंगनबाड़ी केन्द्र जाकर वजन कराने का आग्रह किया है।

 इस आयोजन के माध्यम से कुपोषण की स्थिति का सही आकलन होगा और कुपोषण कम करने के लिए जन जागरूकता लाई जाएगी और कार्ययोजना भी बनाई जाएगी। आंगनबाड़ी केंद्र में दर्ज बच्चों के अलावा वजन त्यौहार आयोजन के समय बाहर से आए बच्चे भी वजन लेने से वंचित न रहे यह भी सुनिश्चित किया जाएगा। वजन त्यौहार के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों में 6 वर्ष से कम आयु बच्चों के पोषण स्तर का आकलन के साथ ही बच्चों की निःशक्तता की स्थिति के बारे में जानकारी ली जाएगी। इससे स्थान विशेष और वर्गों में कुपोषण की पहचान होगी और किन स्थानों पर, किन कारणों से कुपोषण अधिक है यह स्पष्ट हो सकेगा। इससे उस स्थान या वर्ग के लिए विशेष योजना बनाई जा सकेगी। साथ ही बच्चों के पोषण स्तर के बारे में अभिभावकों को अवगत कराते हुए उन्हें कुपोषण के संबंध में जागरूक कर, बच्चों को कुपोषण से बाहर लाने हेतु उचित परामर्श दिया जाएगा।

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महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम के अधिकारी ने बताया कि वजन त्यौहार के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु पर्ववेक्षक परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी पंचायत और वार्ड़ में जनप्रतिनिधि, संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, स्व.सहायता समूहों के सदस्यों, मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, शालेय शिक्षक एवं अन्य सहयोगियों की आयोजन में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित कराने के प्रयास किए जा रहे है।

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Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

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LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

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फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

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🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

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छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

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बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

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छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

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नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

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