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छत्तीसगढ़

24 दिसंबर राशिफ़ल: जानिए कैसा होगा आपका आज का दिन

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Rashifal
मेष – मन परेशान रहेगा। प्रेम में तू-तू, मैं-मैं की आशंका है। बच्‍चों की सेहत को लेकर मन परेशान रहेगा। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, प्रेम की स्थिति मध्‍यम, व्‍यापारिक तौर-तरीके और स्थिति सही चल रही है। मां काली की अराधना करते रहें।

वृषभ – भौतिक सुख-संपदा में वृद्ध‍ि होगी। मां के स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार होगा लेकिन गृहकलह के संकेत हैं। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम की स्थिति भी अच्‍छी है। व्‍यापारिक तौर पर कुछ अच्‍छी स्थिति आपके जीवन में जुड़ेगी। पीली वस्‍तु का दान करें।

मिथुन – पराक्रम रंग लाएगा। रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। अपनों का साथ होगा। स्‍वास्‍थ्‍य की स्थिति अच्‍छी है। प्रेम पूरा-पूरा साथ दे रहा है। व्‍यापारिक स्थिति बहुत अच्‍छी है। शनिदेव की अराधना करते रहें।
कर्क – धनहानि के संकेत हैं। कोई रिस्‍क न लें। वाणी नियंत्रित रखें। कुटुम्‍बीजनों से न उलझें। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम की स्थिति अच्‍छी है। नवप्रेम का आगमन दिख रहा है। व्‍यापारिक स्थिति भी ठीक दिख रही है। बजरंग बली की अराधना करते रहें।
सिंह – बहुत ऊर्जावान, सकारात्‍मक बने रहेंगे। स्‍वास्‍थ्‍य की स्थिति काफी अच्‍छी है। प्रेम का साथ होगा। संतान का साथ होगा। व्‍यापारिक स्थिति आपकी मजबूत होगी। पीली वस्‍तु पास रखें।
कन्‍या – चिंताकारी सृष्टि का सृजन हो रहा है। मन परेशान रहेगा। बहुत ज्‍यादा किसी चीज को सोचकर मन परेशान कर रखेंगे। खर्च की अधिकता रहेगी। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम, नेत्र पी़ड़ा, सिरदर्द हो सकता है। प्रेम साथ देगा। व्‍यापारिक दृष्ट‍िकोण से अच्‍छा समय है। सूर्यदेव को जल दें।
तुला – आर्थिक मामले सुलझेंगे। शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। रुका हुआ धन वापस मिलेगा। आय के नए स्रोत बनेंगे। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम का साथ है। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से चार चांद लगेगा। सूर्यदेव को जल देते रहें।
वृश्चिक – व्‍यापारिक साथ, कोर्ट-कचहरी में विजय, पिता का साथ मिलेगा। उच्‍चाधिकारियों का आशीर्वाद मिेलेगा। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा, प्रेम पहले से काफी बेहतर है। तांबे की कोई वस्‍तु अपने पास रखें।
धनु – भाग्‍य साथ देगा। यात्रा में लाभ होगा। रुका हुआ काम चल पड़ेगा। स्‍वास्‍थ्‍य पहले से बेहतर, प्रेम में दूरी, व्‍यापारिक स्थिति अच्‍छी है। बजरंग बली की अराधना करते रहें। मकर- परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। चोट लग सकती है। किसी परेशानी में पड़ सकते हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम रहेगा। प्रेम का बहुत साथ रहेगा। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से भी अच्‍छे रहेंगे। मां काली की अराधना करते रहें।
कुंभ – रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। जीवनसाथी का सानिध्‍य मिलेगा। प्रेमी-प्रेमिका का साथ होगा। स्‍वास्‍थ्‍य पहले से बेहतर होगा। व्‍यापारिक क्षेत्र में कोई नई शुरुआत कर सकते हैं। सूर्यदेव को जल दें।
मीन – शत्रुओं पर भारी पड़ेंगे। रुका हुआ काम चल पड़ेगा। प्रेम में दूरी होगी। व्‍यापारिक दृष्ट‍िकोण से सही समय है। बजरंग बली की अराधना करते रहें।
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Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

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LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

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फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

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🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

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छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

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बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

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छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

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नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

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