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छत्तीसगढ़

आयुष्मान पखवाड़ा: आयुष्मान आपके द्वार कार्यक्रम के तहत किया जा रहा आयुष्मान कार्ड पंजीयन

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आयुष्मान चौपाल व स्वास्थ्य जांच शिविर का हो रहा आयोजन

जिले में अब तक 84 हजार से अधिक लोगों ने लिया योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ

बिलासपुर, 24 सितम्बर 2024/आयुष्मान पखवाड़े के अंतर्गत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग बिलासपुर द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में निगम के शिक्षकों को आयुष्मान योजना के विषय में जानकारी दी गई व आयुष्मान कार्ड बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया। आयुष्मान पखवाड़े के तहत जिले में शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

सितम्बर तक चलाए जा रहे आयुष्मान पखवाड़े के तहत विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड पंजीयन कराया जा रहा है। इसी क्रम में स्कूली छात्रों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए निगम शिक्षकों को आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल श्रीवास्तव द्वारा जानकारी दी गई और आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया। संजीवनी अस्पताल के सभागार में आयोजित कार्यशाला में आयुष्मान भारत योजना की जिला स्तरीय टीम द्वारा विभिन्न सत्र के माध्यम से कार्ड बनाने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। पखवाड़े के तहत रैली का आयोजन कर योजना के संबंध में लोगों को जागरूक किया गया। इस अवसर पर आयुष्मान भारत योजना के जिला समन्वयक श्री गिरीश पाण्डेय व टीम के सदस्य उपस्थित थे।

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सीएमएचओ डॉ. प्रभात श्रीवास्तव ने बताया कि पखवाड़े के तहत आपके द्वार आयुष्मान अभियान, आयुष्मान चौपाल, आयुष्मान भारत स्वास्थ्य चांज शिविर, आयुष्मान भारत साईकिल, बाईक रैली का आयोजन कर योजना के विषय में जागरूकता व पंजीयन का कार्य किया जा रहा है। आयुष्मान कार्ड का पंजीयन एप के माध्यम से हितग्राही स्वयं भी कर सकते हैं। प्ले स्टोर से आयुष्मान एप व आधार फेस आरडी एप डाउनलोड कर आवश्यक जानकारी देकर स्वयं कार्ड बनाया जा सकता है।

इसके लिए आवश्यक दस्तावेज राशनकार्ड व आधार कार्ड है। शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर हेमूनगर, शंकरनगर, बापूनगर, लोको कॉलोनी, शिवघाट लोधीपारा, सकरी, तिफरा, तिलकनगर, टिकरापारा, तालापारा, जूना बिलासपुर, गोंडपारा, कस्तूरबा नगर, खपरगंज में जाकर अपना पंजीयन करा सकते हैं। इसके साथ ही यूपीएचसी बंधवापारा, गांधीचौक, राजकिशोर नगर, सिरगिट्टी, देवरी खुर्द, लिंगियाडीह में भी आयुष्मान कार्ड पंजीयन की सुविधा उपलब्ध है। ग्रामीण क्षेत्रों के निवासी पीएचसी, सीएचसी में जाकर आयुष्मान कार्ड के लिए अपना पंजीयन करा सकते हैं।

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उल्लेखनीय है कि जिले में अब तक 50 हजार 857 हितग्राहियों ने शासकीय व 33 हजार 166 ने निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड का उपयोग कर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया है।

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Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

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LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

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फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

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🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

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छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

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बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

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छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

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नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

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