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छत्तीसगढ़

पीएम के जन्मदिन पर प्रदेश में सेवा पखवाड़ा मनाएगी भाजपा

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रायपुर। देशभर ही नहीं छत्तीसगढ़ में भी भाजपा 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन मनाएगी। भाजपा ने इसे प्रदेश में सेवा पखवाड़े के तौर पर मनाने का कार्यक्रम तय किया है। इस कार्यक्रम में भाजपा अलग-अलग वर्ग को साधने का प्रयास करेगी। तालाबों की सफाई, किसानों से मुलाकात, दिव्यांगों को कृत्रिम अंग बांटने और खादी खरीदने जैसे कार्यक्रम तय किए गए हैं। भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव ने बताया कि सेवा ही संकल्प के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देने वाले पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर भाजपा 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा आयोजित कर जनसेवा के कार्यक्रम करेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के निर्देश पर प्रदेश में कार्यक्रम तय हुए हैं। इन कार्यक्रमों में प्रदेश भाजपा के बड़े नेता लोगों की सेवा करते दिखेंगे।

कार्यक्रमों के लिए तारीख तय

सेवा पखवाड़ा के प्रदेश संयोजक संजय श्रीवास्तव ने बताया कि 17 सितंबर को जिला स्तर पर रक्तदान शिविर, मंडल एवं बूथ स्तर पर पौधारोपण, जिला स्तर पर प्रदर्शनी और पुस्तक स्टाल। 18 सितंबर को निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर जिला स्तर पर। 19 सितंबर को कृत्रिम अंग और उपकरणों का वितरण जिला स्तर पर। 20 सितंबर को सामान्य एवं सार्वजनिक स्थल पर मंडल स्तर पर स्वच्छता अभियान। 21 सितंबर को अमृत सरोवरों पर श्रमदान। 22 सितंबर को मंडल स्तर पर जल संरक्षण जल ही जीवन अभियान। 23 सितंबर को आत्मनिर्भर भारत जिला स्तर पर, वोकल फार लोकल कार्यक्रम होगा। इसके बाद 24 सितंबर को शुभकामनाएं और अभिनंदन पत्र, 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर प्रतिमा पर माल्यार्पण, मन की बात, बूथ की बैठक और स्वच्छता अभियान। 26 और 27 सितंबर को प्रत्येक टीकाकरण केंद्र पर पंपलेट वितरण। 30 सितंबर को जिला स्तर पर प्रबुद्ध जन एवं बुद्धिजीवी सम्मेलन। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती एवं शास्त्री जयंती पर माल्यार्पण, स्वच्छता अभियान, खादी खरीदी और किसान जवान सम्मान जिला स्तर पर आयोजित होगा।

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सेवा पखवाड़ा भाजपा की राजनैतिक नौटंकी : कांग्रेस

वहीं भाजपा के सेवा पखवाड़ा को लेकर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने भजपा पर निशाना साधा है। शुक्ला ने कहा कि सेवा पखवाड़ा भाजपा की राजनैतिक नौटंकी है। केंद्र की सरकार बना कर जनता ने सेवा का अवसर दिया, वहाँ सेवा नहीं कर रहे। न मंहगाई कम कर रहे, न गरीब जनता की सेवा कर रहे, न रोजगार दे कर युवाओं की सेवा कर रहे, न किसानों की उपज की पूरी कीमत दे कर उनकी सेवा कर रहे, फिर सेवा पखवाड़ा किस लिए। किस नैतिकता से भाजपा सेवा पखवाड़ा को महात्मा गांधी जी की जयंती से जोड़ रही। नाथूराम और गांधी दोनों एक साथ कैसे सम्भव है। नाथूराम मुर्दाबाद का नारा लगाने का साहस दिखाए।

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Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

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LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

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फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

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🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

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छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

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बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

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छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

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नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

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