Connect with us

छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : स्कूल शिक्षा विभाग में बड़ी संख्या में अनुकंपा नियुक्ति

avatar

Published

on

मुंगेली। शासकीय सेवाकाल के दौरान शासकीय सेवकों का आकस्मिक निधन होने पर उनके परिवार के आश्रित सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति के लिए कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ता था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे गंभीरता से लिया और तृतीय श्रेणी पदों पर अनुकंपा नियुक्ति हेतु प्रावधानित 10 प्रतिशत पदों के सीमा बंधन को शिथिल किया। जिसके फलस्वरूप मुंगेली जिले में शिक्षा विभाग में 31 लोगों को अनुकंपा नियुक्ति मिली है। जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज ने बताया कि अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त कर्मियों को उनकी योग्यता के अनुरूप उन्हें विभिन्न शालाओं में पदस्थ किया गया है।

उन्होंने बताया कि ज्योति मनहर को विकास खण्ड पथरिया के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डांडगांव, मनमीत सिंह को विकास खण्ड पथरिया के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बालक सरगांव, अभिजीत सिंह को विकास खण्ड पथरिया के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कन्या सरगांव, निलेश हेमंत पटेल को विकास खण्ड मुंगेली के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोना, मंजू देवांगन को विकास खण्ड मुंगेली के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दशरंगपुर, जेन्स हरवंश को विकास खण्ड मुंगेली के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करही, गजेन्द्र कुमार डाहिरे को विकास खण्ड लोरमी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खपरीकला, ऐश्वर्य तिवारी को विकास खण्ड मुंगेली के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चकरभाठा, निर्मला जायसवाल को विकास खण्ड लोरमी के शासकीय हाईस्कूल लाखासार, गजेन्द्र कुमार तिवारी को विकास खण्ड लोरमी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेमरसल, प्रेमचन्द अहिरवार को विकास खण्ड लोरमी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोतरी, प्रवीण जायसवाल को विकास खण्ड लोरमी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झाफल, खुदी राम जायसवाल को विकास खण्ड लोरमी के शासकीय हाईस्कूल गैंजी, पंकज कुमार लहरे को विकास खण्ड मुंगेली के बी.आर साव शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुंगेली, पुष्पलीना पैकरा को विकास खण्ड मुंगेली के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टेमरी, चंदर पटेल को विकास खण्ड मुंगेली के शासकीय हाईस्कूल नवागांव घु. और राहुल देव खाण्डेकर को विकास खण्ड मुंगेली के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोदवाबानी में पदस्थ किया गया है।

यह भी पढ़ें   Bilaspur : अतिक्रमण के एक्शन मोड में नजर आया नगर निगम, अवैध दुकानों और मकानों पर चलाया बुलडोजर

इसी तरह अम्बे राठौर को विकास खण्ड लोरमी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुकली, दीक्षा शर्मा को विकास खण्ड मुंगेली के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जरहागांव, मंदाकनी धु्रव को विकास खण्ड लोरमी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राम्हेपुर, सुहैल सालोमन को विकास खण्ड पथरिया के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिलदहा, भूपेन्द्र कुमार कुर्रे को विकास खण्ड मुंगेली के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय फास्टरपुर, ममता वैष्णव को विकास खण्ड लोरमी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राम्हेपुर, मनीष प्रसाद बंजारे को विकास खण्ड मुंगेली के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दाबो, राजकुमारी बंजारे को विकास खण्ड लोरमी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छटन, राहुल पाली को विकास खण्ड पथरिया के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अंडा, अंकित साहू को विकास खण्ड पथरिया के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अमोरा, स्मित लाल को विकास खण्ड मुंगेली के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नवागांव ची., हेमलता यादव को विकास खण्ड पथरिया के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय टिकैत पेण्ड्री, जयकिशन गोड़ को विकास खण्ड पथरिया के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बदरा ठा., अभिषेक गर्ग को विकास खण्ड लोरमी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अखरार, रवि कुमार पाण्डेय को विकास खण्ड लोरमी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लगरा और माहेश्वरी शर्मा को विकास खण्ड पथरिया के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पथरिया में पदस्थ किया गया है।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

blog

Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

avatar

Published

on

LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

यह भी पढ़ें   ड्यूटी से लौट रहे आरक्षक को पिकअप वाहन ने कुचला...

फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

यह भी पढ़ें   Bilaspur : अतिक्रमण के एक्शन मोड में नजर आया नगर निगम, अवैध दुकानों और मकानों पर चलाया बुलडोजर

🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

Continue Reading

छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

avatar

Published

on

बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

यह भी पढ़ें   जांजगीर चांपा : राष्ट्रीय सघन पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान- 27 फरवरी से
Continue Reading

छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

avatar

Published

on

नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

यह भी पढ़ें   Chhattisgarh : पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, 21 जिलों के SP बदले गए
Continue Reading
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement

Trending