Connect with us

छत्तीसगढ़

CG News : 6 ट्रेनों में एक्स्ट्रा कोच, 4 एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल टिकट से होगी यात्रा

avatar

Published

on

बिलासपुर। अनेक त्योहारों के सीजन के चलते ट्रेनों की डिमांड बढ़ने लगी है। नवरात्र पर्व के साथ ही दशहरा, दीपावली और छठ पर्व के सीजन में बंद ट्रेनों को चालू करने के बजाए ट्रेनों में एक्स्ट्रा कोच लगाकर यात्रियों को राहत देने का दावा कर रहा है। रेलवे ने 6 ट्रेनों में एक्स्ट्रा कोच लगाने के साथ ही चार एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल टिकट से यात्रा करने की छूट देने का फैसला लिया है।

अक्टूबर और नवंबर महीने में एक के बाद एक लगातार त्योहार है। नवरात्र के साथ ही दशहरा पर्व में ट्रेनों में यात्रियों की काफी भीड़ रहेगी। ऐसे में ट्रेन प्रभावित होने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दशहरा पर्व में अवकाश की वजह से भी यात्रा करने वालों की संख्या ज्यादा हो गई है। इस महीने दीपावली पर्व और नवंबर में छठ पूजा त्योहार आने वाले हैं, इसके लिए ट्रेनों में अभी से बुकिंग चल रही है। स्थिति यह है कि, यात्रियों को कंन्फर्म बर्थ नहीं मिल रहा है। यही वजह है कि रेलवे प्रशासन ने जिन गाड़ियों में यात्रियों की डिमांड बढ़ी है, उनमें एक्स्ट्रा कोच लगाने का आदेश जारी किया है।

यह भी पढ़ें   कोटा थाना क्षेत्र में युवकों से मारपीट कर मोबाईल और रकम लूट के फरार दो आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

इनमें लगेंगे एक्स्ट्रा कोच

गाड़ी संख्या 22867/22868 दुर्ग-निजामुद्दीन-दुर्ग हमसफर एक्सप्रेस में 2 अतिरिक्त एसी-3 कोच की सुविधा दुर्ग से 1 नंबवर से निजामुद्दीन से 2 नवंबर से स्थायी रूप से उपलब्ध रहेगी।

गाड़ी संख्या 20847/20848 दुर्ग-ऊधमपुर-दुर्ग एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त एसी-3 कोच की सुविधा दुर्ग से 2 नवंबर से तथा ऊधमपुर से 3 नवंबर से स्थायी रूप से उपलब्ध रहेगी।

गाड़ी संख्या 18213/18214 दुर्ग-अजमेर-दुर्ग एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त एसी-3 कोच की सुविधा दुर्ग से 6 नवंबर से तथा अजमेर से 7 नवंबर से स्थायी रूप से उपलब्ध रहेगी।

सुपरफास्ट पूजा स्पेशल की सुविधा 28 सितंबर तक

रेलवे कहना है कि, राष्ट्रीय त्यौहारो और रेल यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए दुर्ग-हटिया-दुर्ग के मध्य चल रही 08185 / 08186 हटिया-दुर्ग-हटिया द्वि-साप्ताहिक सुपरफास्ट पूजा स्पेशल की सुविधा 28 सितंबर तक चल रही है, जिसका 27 जनवरी 2023 तक विस्तार किया जा रहा है। यह गाड़ी दुर्ग से हटिया के लिए प्रत्येक बुधवार और शुक्रवार को 5 अक्टूबर से 27 जनवरी 2023 तक 08186 नंबर के साथ चलेगी। इसी तरह विपरीत दिशा मे भी यह ट्रेन हटिया से दुर्ग के लिए प्रत्येक मंगलवार एवं गुरुवार को 4 अक्टूबर से 26 जनवरी 2023 तक 08185 नंबर के साथ चलेगी। इस गाड़ी में 2 एसएलआर, 5 सामान्य, 1 एसी टू और 4 स्लीपर सहित कुल 12 कोच रहेंगे।

यह भी पढ़ें   भिलाई: 17 बाइकों की चोरी, धरे गए 3 चोर

अनारक्षित टिकट के साथ यात्रा कर सकेंगे

इसी तरह दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से चलने वाली गाड़ी संख्या 11040 गोंदिया-छत्रपति शाहू महाराज टर्मिनस एक्सप्रेस के एस-2 एवं एस -7, गाड़ी संख्या 12855/12856 बिलासपुर-इतवारी-बिलासपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस के एस-10 एवं एस-11, गाड़ी संख्या 18242 अम्बिकापुर-दुर्ग एक्सप्रेस के एस-6, गाड़ी संख्या 18207 दुर्ग-अजमेर एक्सप्रेस के एस-13 को सामान्य कोच घोषित किया गया। इस व्यवस्था के साथ ही यात्री इन गाड़ियों में अनारक्षित टिकट के साथ यात्रा कर सकेंगे। यह सुविधा तत्काल प्रभाव से लागू की गई है।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

blog

Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

avatar

Published

on

LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

यह भी पढ़ें   महासमुंद : जिले के नवनियुक्त कलेक्टर प्रभात मलिक ने ग्रहण किया कार्यभार

फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

यह भी पढ़ें   CG: बहन का देर रात घर लौटना भाई को गुजरा नागवार, उतारा मौत के घाट!

🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

Continue Reading

छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

avatar

Published

on

बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

यह भी पढ़ें   दुर्ग : स्कूल, धार्मिक स्थल से लेकर 1285 स्थानों पर टीम युद्ध स्तर पर चलाएंगें तीन दिवसीय कोविड-19 टीकाकरण का महा अभियान
Continue Reading

छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

avatar

Published

on

नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

यह भी पढ़ें   Nothing Phone (2) की पहली तस्वीर आई सामने! जानिए इसमें क्या है खास
Continue Reading
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement

Trending