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छत्तीसगढ़

बिलासपुर जिले को सीएम भूपेश की सौगात, 73 करोड़ रुपए से अधिक के विभिन्न विकास कार्यों का किया लोकर्पण और शिलान्यास

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रायपुरः मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत आज खपरी में अधिकारियों की समीक्षा बैठक के बाद क्षेत्रवासियों को विभिन्न विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने इसके तहत् तखतपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 40 करोड़ 70 लाख रुपए से अधिक राशि के 17 विकास कार्यों का लोकार्पण और 32 करोड़ 31 लाख रुपए से अधिक राशि के 24 विकास कार्यों का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री बघेल ने इस तरह कुल 73 करोड़ 1 लाख 78 हजार रूपए के 41 विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

तखतपुर विधानसभा क्षेत्र आगमन पर मुख्यमंत्री बघेल ने क्षेत्रवासियों को सौगात देते हुए नर्मदा नदी पर निर्मित टिहुलाडीह एनीकेट, सी.सी. सड़क सह नाली निर्माण, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल तखतपुर का उन्नयन कार्य, तहसीलदार कार्यालय सकरी, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेस-3 सड़क निर्माण सकरी से एन.एच. 130 परसदा व्हाया चिचिरदा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेस-3 एन.एच. 130 सम्बलपुरी से लाखासार व्हाया बहतराई, भुंडा से मंगला, भैसाझार सड़क निर्माण व्हाया भौहाकांपा, सकरी से डलडलीहापारा सड़क नवीनीकरण कार्य, खपरी-करगीरोड से साल्हेकापा सड़क नवीनीकरण कार्य, टी-02 मुरू से खरकेना सड़क नवीनीकरण कार्य, जिले के मोछ से मेड़पार मुख्य जिला मार्ग का उन्न्यन एवं नवीनीकरण कार्य, बिलासपुर के घुटकू पहुंच मार्ग का उन्नयन एवं डामरीकरण कार्य, बिलासपुर के भरनी मेनरोड मेला स्थल से परसदा की ओर मार्ग का निर्माण, बिलासपुर के लिम्हा से फुलतराई मार्ग का निर्माण, बिलासपुर के कोटा मेन रोड से पेंडारी मेन रोड तखतपुर तक मार्ग का निर्माण, बिलासपुर के बराही से चुलहट मार्ग का निर्माण और बिलासपुर के चोरमा से पकरिया मार्ग के निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया।

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इसी तरह मुख्यमंत्री बघेल ने घुईया जलाशय के पाथ वे एवं मंदिर प्लेटफार्म का निर्माण, स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम विद्यालय उच्चतर माध्यमिक शाला बेलपान में अधोसंरचना निर्माण व उन्नयन कार्य, जल जीवन मिशन अंतर्गत तहत ग्राम पंचायत टिहुलाडीह, कोपरा, खरकेना, सागर, सल्हैया, टांडा, विजयपुर, गमजू, खटोलिया, करनकापा, खम्हरिया, काठाकोनी, बुटेना एवं ग्राम पंचायत मेड़पार बाजार में जल प्रदाय योजना के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने नवापारा से कोटा लोरमी रोड व्हाया तांडा एवं तखतपुर से हरदी व्हाया पकरिया तक वृहद पुल निर्माण, जिले के सिंघनपुरी से सल्हैया मार्ग में स्थित फुलवारी नाला में मध्यम पुल का निर्माण, भाड़म से नरोतीकापा मार्ग के मजबूतीकरण एवं डामरीकरण कार्य, पाली से बुटेना मार्ग निर्माण, जूनापारा से कठमुड़ा मार्ग निर्माण एवं सिलतरा में हाईस्कूल भवन के निर्माण कार्य एवं तखतपुर में 20 बिस्तर आईसोलेशन वार्ड का शिलान्यास किया।

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Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

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LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

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फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

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🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

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छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

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बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

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छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

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नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

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