Connect with us

छत्तीसगढ़

नए साल पर लोगों ने की जश्न की तैयारी

avatar

Published

on

रायपुर। राजधानी के कई बड़े होटलों में रात के डिनर के साथ नाइट लाइट डीजे और लाइव सिंगिंग शो के साथ नए साल का वेलकम होगा। इनमें कुछ होटलों में प्रदेश के अलावा देश-विदेश के डांसर एवं सिंगर्स को भी बुलाया गया है। होटल हयात में रशियन डांस ग्रुप को बुलाया गया है, जो नए साल के स्वागत में यहां अपना जलवा बिखेरेंगे। इसके अलावा क्लब, रेस्टोरेंट और मैरिज पैलेस हर जगह न्यू ईयर के जोरदार वेलकम के लिए रंगारंग कार्यक्रम की तैयारी है। इस तरह नए साल के वेलकम को यादगार बनाने के लिए हर संस्था अपने-अपने तरीके से तैयारी कर रही है।

इन सभी जगहों पर डीजे, म्यूजिकल और डांस ग्रुप परफॉर्म करेंगे। हयात में रशियन डांसर बिखेरेंगे जलवा होटल हयात में नए वर्ष को यादगार बनाने के लिए यहां रशियन डांस ग्रुप को बुलाया गया है। इस प्रोग्राम में शामिल होने वाले रशियन डांस के साथ रात का डिनर, ड्रिंक एवं स्नेक्स का मजा ले सकेंगे। होटल प्रबंधन के अनुसार इस प्रोग्राम के लिए प्रत्येक व्यक्ति एंट्री फीस 16 हजार रुपए रखी गई है। सिब्बल ग्रीन एंड फॉर्म में डीजे के साथ मनेगा जश्न पीएम इवेंट्स के संचालक पोमेंद्र कटरे ने बताया कि इस बार नए साल का जश्न रायपुरवासियों की पसंद को ध्यान में रखकर विभिन्न प्रकार की भोजन की वैरायटी के साथ संगीतमय शाम को खूबसूरत बनाने डीजे कार्यक्रम का भी रखा जाएगा।

यह भी पढ़ें   Chhattisgarh: अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर राज्यस्तरीय आयोजन स्थगित

लोगों की सुविधा के लिए रेस्टोरेंट में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के व्यंजन को शामिल किए गए हैं, जिसमें लोग परिवार सहित शामिल हो सकते हैं। लोगों की सुविधा के लिए प्रवेश शुल्क बेहद किफायती रखा गया है। ऑनलाइन और ऑफलाइन शाम 8 बजे एंट्री पास बुक करा सकेंगे। बुकिंग जारी है। बेबीलॉन इंटरनेशनल में लाइव म्यूजिक-डांस वीआईपी रोड स्थित बेबीलॉन इंटरनेशनल में इस बार नए साल के स्वागत में रंगारंग कार्यक्रम रखा गया है। होटल प्रबंधन के अनुसार 31 दिसंबर को रात 8.30 बजे से लाइव म्यूजिक एवं डांस के साथ डिनर कार्यक्रम रखा गया है।

इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति की एंट्री फीस न्यूनतम तीन हजार एवं कपल के लिए साढ़े पांच हजार रुपए तय की गई है। द हंट रेस्टाेरेंट में भी डीजे के साथ फैमिली डिनर प्रोगेसिव प्वाइंट के रूफ टाॅफ में स्थित द हंट डाइव रेस्टोरेंट में नए साल के स्वागत के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। नए साल को विशेष बनाने यहां ओपन टैरेस गार्डन रेस्टोरेंट के साथ स्पेशल डीजे नाइट के साथ लोग शुद्ध शाकाहारी व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। यहां कार्यक्रम की शुरुआत 31 दिसंबर को शाम 8 बजे से होगी।

यह भी पढ़ें   CG Crime : पंच को दो युवकों ने दिनदहाड़े मार डाला

इस अवसर के लिए ओपन गार्डन रेस्टोरेंट और रिजॉर्ट में फर्स्ट बैंड अपनी विशेष प्रस्तुति देगी। जाते साल को विदाई और आने वाले साल का आगमन पूरे उत्साह और उल्लास के साथ करने के लिए डीसी क्लब ने व्यवस्था की है। डीसी क्लब के आयोजन में शामिल होने के लिए अलग-अलग वर्ग के लिए अलग-अलग दरें तय की गई हैं। कार्यक्रम की शुरुआत 31 दिसंबर को शाम 6 बजे से होगी।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

blog

Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

avatar

Published

on

LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

यह भी पढ़ें   CG Breaking: आकाशीय बिजली गिरने से 2 लोगों की मौत

फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

यह भी पढ़ें   CG Crime : पंच को दो युवकों ने दिनदहाड़े मार डाला

🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

Continue Reading

छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

avatar

Published

on

बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

यह भी पढ़ें   Police station Torwa Bilaspur : अवैध रूप से सट्टा पट्टी लिखकर जुआ खिलाने वाले आरोपी तोरवा पुलिस की गिरफ्त में
Continue Reading

छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

avatar

Published

on

नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

यह भी पढ़ें   प्रदेश में 10 अगस्त को मनाया जाएगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस
Continue Reading
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement

Trending