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छत्तीसगढ़

सेवा के एक साल: विधायक अनुज शर्मा ने क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों को गिनाया, कहा- वादे के मुताबिक हुआ काम

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छत्तीसगढ़ के धरसींवा विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनुज शर्मा ने अपने कार्यकाल के एक साल पूरा होने पर प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों को गिनाया।

ख़रोरा: छत्तीसगढ़ के धरसींवा विधायक अनुज शर्मा ने खरोरा में प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की साय सरकार के एक साल पूरा होने पर चर्चा की। शर्मा ने अपने विधानसभा क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों को गिनाया। उन्होंने कहा कि, हमने कम समय में वादे के मुताबिक काम किया है। आने वाले समय में और तेजी के साथ विकास कार्यों को आगे बढाया जाएगा।

दरअसल, 3 दिसंबर को प्रदेश की साय सरकार का एक साल पूरा हो जाएगा। जिसको लेकर विधायक अनुज शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बताया कि, 3 दिसंबर 2023 में को राज्य की जनता ने भाजपा को बहुमत दिया था। एक साल के कम समय में मैंने अपने वादे के मुताबिक धरसीवां क्षेत्र के विकास में कई महत्वपूर्ण काम किया है। उन्होंने आगे कहा कि, क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत 1 हजार 601 करोड़ रूपए की लागत से सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा 3 करोड़ 93 लाख की लागत से स्कूल- कॉलेज भवन के निर्माण हुए हैं।

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विधायक ने अपने एक साल के कामों को गिनाया

विधायक अनुज शर्मा ने कहा कि, प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 144 ग्राम पंचायतों में 6 हजार 626 आवास और 261 लाख की लागत से खरोरा और कुरा ग्राम पंचायत में अधोसंरचना के 31 काम स्वीकृत हुआ है। इसके साथ ही 91 लाख 7 सौ 95 माताओं- बहनों को एक हजार रूपए प्रति माह महतारी वंदन योजना अंतर्गत दिए जा रहे हैं। साथ ही 5 पंचायतों में 146 लाख की लागत से महतारी सदन, 6 पंचायतों में 115 लाख की लागत से जन सुविधा के लिए सामुदायिक भवन, 16 ग्राम पंचायतों में 2 करोड़ की लागत से सीसी रोड, भवन निर्माण, यात्री प्रतिक्षालय निर्माण कार्य किया जा रहा है। साथ ही विधायक एवं प्रभारी मंत्री निधि से 90 पंचायतों में शेड, सीसी रोड, रंगमंच समेत विभिन्न कामों पर 453 लाख के सांसद निधि से 50 लाख के काम किया जा रहा है।

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आने वाले समय में विकास कार्यों में और भी तेजी आएगी- शर्मा

क्षेत्र के 22 ग्राम पंचायतों में 200 लाख की लागत से सड़क, समग्र विकास योजना अंत​र्गत 1 करोड़ की लागत से सीसी रोड एवं सामुदायिक भवन निर्माण कार्य किया जा रहा है। मंडी बोर्ड निधि से 13 पंचायतों में 575 लाख की लागत से सीसी रोड निर्माण का कार्य कराया जा रहा है। विधायक शर्मा ने कहा कि,अवैध शराब, लॉ एन आर्डर पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रहे हैं। यह शुरूआत है आने वाले दिनों में क्षेत्र के विकास कार्यों को और तेजी के साथ बढ़ाया जाएगा।

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Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

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LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

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फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

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🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

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छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

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बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

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छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

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नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

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