Connect with us

देश

30 नवम्बर राशिफ़ल: जानिए कैसा होगा आपका आज का दिन

avatar

Published

on

Rashifal

मेष – कष्‍टों को काटते हुए धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं आप। राह के रोड़े हट जाएंगे। रुका हुआ काम चल पड़ेगा। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा, प्रेम-संतान मध्‍यम है। व्‍यापार ठीक चल रहा है। हरी वस्‍तु का दान करें।

वृषभ – स्थिति सही कही जाएगी। भावनाओं में बहकर निर्णय न लें। भावुक बने रहेंगे। प्रेम में नोंकझोंक हो सकती है। संतान की स्थिति भी बहुत अच्‍छी नहीं दिख रही है। कुछ समय की बात है। फिर बहुत अच्‍छा हो जाएगा। तू-तू, मैं-मैं हो सकती है। कोई बड़ी लड़ाई-झगड़ा नहीं है। विद्यार्थियों-लेखकों के लिए अच्‍छा समय है। व्‍यापार आपका ठीक चल रहा है। गणेश जी की अराधना करते रहें।

मिथुन – घरेलू कलह से परेशान हो सकते हैं। स्‍वास्‍थ्‍य, प्रेम, व्‍यापार अच्‍छा है। बस परिवार में थोड़ी नोंकझोंक हो सकती है। हरी वस्‍तु पास रखें।

कर्क – उर्जा का संचार होगा। व्‍यवसायिक और साफ्ट एनर्जी रहेगी। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। नवप्रेम के आगमन की स्थिति बन रही है। व्‍यापार ठीक चल रहा है। बजरंग बली की अराधना करते रहें।

यह भी पढ़ें   बिलासपुर: जिले में अब तक 473.3 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

सिंह – आर्थिक स्थिति लगातार सही हो रही है। जबसे गुरु आपके सप्‍तम भाव में गए हैं तबसे शुभता बढ़ती जा रही है। जीवन में तरक्‍की कर रहे हैं। कुछ अच्‍छा हो रहा है आपके साथ। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम और जीवनसाथी की स्थिति बड़ी अच्‍छी दिख रही है। व्‍यापार भी सही चल रहा है।

कन्‍या – बस चमकते हुए सितारे की तरह दिख रहे हैं। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम की स्थिति नयापन लिए हुए कुछ अच्‍छा होने वाला है। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से चार चांद लगा हुआ है। शनिदेव की अराधना करते रहें।

तुला – मन खिन्‍न रहेगा। चिंतित रहेंगे। बहुत ज्‍यादा सोच रहे हैं। उतना खराब है नहीं। स्‍वास्‍थ्‍य ठीक, मन खराब है। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति काफी अच्‍छी है। हरी वस्‍तु पास रखें। भगवान भोलेनाथ की अराधना करें।

वृश्चिक – आर्थिक मामले सुलझेंगे। आय के कुछ नए स्रोत बन रहे हैं। पुराने स्रोत से भी पैसे आएंगे। रुका धन भी वापस आएगा। स्‍वास्‍थ्‍य थोड़ा सा ऊपर नीचे हो सकता है। प्रेम-व्‍यापार की स्थिति काफी अच्‍छी है। लाल वस्‍तु पास रखें।

यह भी पढ़ें   मुख्य सचिव ने ली स्वतंत्रता दिवस तैयारियों की बैठक

धनु – शासन-सत्‍ता पक्ष का सहयोग मिलेगा। राजनीतिक लाभ, उच्‍चाधिकारियों का आशीर्वाद मिलेगा। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम की स्थिति अच्‍छी है। व्‍यापारिक दृष्टिकोण से बहुत बढ़िया सम्‍बन्‍ध है। हरी वस्‍तु का दान करें।

मकर – भाग्‍य साथ दे रहा है। यात्रा में लाभ होगा। धार्मिक बने रहेंगे। स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा है। प्रेम और संतान में थोड़ी दूरी के साथ सही समय है। धीरे-धीरे सुधरते जा रहे हैं। मां काली की अराधना करते रहें।

कुंभ – जोखिम बना हुआ है। बचकर पार करें। अचानक परिस्थितियां प्रतिकूल हो सकती हैं। चोट लग सकती है। किसी परेशानी में पड़ सकते हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मध्‍यम है। प्रेम और व्‍यापार की स्थिति काफी अच्‍छी है। हरी वस्‍तु पास रखें। गणेश जी की अराधना करें।

मीन – जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। रोजी-रोजगार में तरक्‍की करेंगे। प्रेमी-प्रेमिका की मुलाकात संभव है। शादी-ब्‍याह तय हो सकता है। स्‍वास्‍थ्‍य नरम-गरम बना रहेगा। आनंददायक समय है। प्रेम,व्‍यापार सब बहुत बढ़िया दिख रहा है। गणेश जी की अराधना करते रहें। पीली वस्‍तु पास रखें।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

देश

सीहोर में ब्रिज निर्माण के लिए खुदाई करते समय धंसी मिट्टी, 3 मजदूरों की दबने से मौत

avatar

Published

on

मध्य प्रदेश के सीहोर में सोमवार (23 दिसंबर) को बड़ी घटना हो गई। ब्रिज निर्माण के लिए खुदाई करते समय अचानक मिट्टी धंस गई। दबने से तीन मजदूरों की मौत हो गई। एक को सुरक्षित निकाल लिया।

मध्य प्रदेश के सीहोर में सोमवार (23 दिसंबर) को बड़ी घटना हो गई। बुधनी में ब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है। पुलिया के पास खुदाई करते समय अचानक मिट्टी धंस गई। मिट्‌टी में दबने से 3 मजदूरों की मौत हो गई। एक को रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित निकालकर अस्पताल पहुंचाया है। घटना शाहगंज थाना क्षेत्र के सियागहन गांव की है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

यह भी पढ़ें   03 जुलाई राशिफल : जानिए कैसा होगा आपका आज का दिन

रेस्क्यू कर एक को सुरक्षित बाहर निकाला
शाहगंज थाना क्षेत्र के सियागहन गांव में ब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है। सोमवार को चार मजदूर निर्माण के लिए दूसरी पुलिया के पास से मिट्टी खोद रहे थे। खुदाई के समय अचानक मिट्टी धंस गई। सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंची। रेस्क्यू टीम ने एक मजदूर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। तीन की मौत हो गई।

हादसे में इनकी हुई मौत
पुलिस के मुताबिक, लटेरी (विदिशा) निवासी करण (18) पिता घनश्याम, रामकृष्ण उर्फ रामू (32) पिता मांगीलाल गौड और गुना के रहने वाले भगवान लाल पिता बरसादी गौड़ की मौत हो गई। लटेरी निवासी वीरेंद्र पिता सुखराम गौड (25) को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वीरेंद्र को नर्मदापुरम रेफर किया है।

यह भी पढ़ें   छेडछाड के आरोपी को बिलासपुर रेल्वे स्टेशन से किया गया गिरफ्तार, गुजरात भागने की कर रहा था तैयारी

राजलक्ष्मी कंस्ट्रक्शन करवा रहा निर्माण
प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक, राजलक्ष्मी कंस्ट्रक्शन पुलिया का निर्माण कार्य करा रहा है। पुलिया सियागहन और मंगरोल गांव को जोड़ती है। पुलिया की रिटेनिंग वॉल बनाते समय पहले से बनी रोड की रिटेनिंग वॉल का स्लैब धंस गया। पोकलेन मशीन से मिट्टी हटाकर चारों मजदूरों को बाहर निकाला गया, लेकिन तीन की मौत हो गई। वीरेंद्र का इलाज चल रहा है।

Continue Reading

देश

इंजीनियर अतुल के बेटे की कस्टडी को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला, 4 साल के बच्चे की तलाश जारी

avatar

Published

on

Atul Subhash Suicide: एआई इंजीनियर का परिवार बिहार के समस्तीपुर में रहता है। निकिता और अतुल का 4 साल का एक बेटा है। अतुल के पिता पीएम मोदी से पोते की कस्टडी दिलाने की गुहार लगा चुके हैं।

Atul Subhash Suicide: बेंगलुरु के इंजीनियर अतुल सुभाष की मां अंजू मोदी ने अपने 4 साल के पोते की कस्टडी के लिए शुक्रवार (20 दिसंबर) को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। सुभाष ने अपने सुसाइड नोट और वीडियो में पत्नी निकिता सिंघानिया और ससुराल पक्ष पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे। जिसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने निकिता समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बता दें कि एआई इंजीनियर अतुल ने पिछले 9 दिसंबर को बेंगलुरु स्थित अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

पोते के ठिकाने को लेकर गहरी चिंता
अंजू मोदी ने पोते के ठिकाने का पता लगाने और उसकी कस्टडी सुनिश्चित करने के लिए हैबियस कॉर्पस याचिका दाखिल की है। इसमें दावा है कि न तो सुभाष की अलग रह रही पत्नी निकिता सिंघानिया और न ही उनके परिवार के किसी सदस्य, जो फिलहाल हिरासत में हैं, ने बच्चे के ठिकाने की जानकारी दी है। दूसरी ओर, निकिता ने पुलिस से कहा था कि उसका बेटा फरीदाबाद के एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई कर रहा है और उसके चाचा सुशील सिंघानिया की देखरेख में है। लेकिन सुशील ने बच्चे की स्थिति की जानकारी होने से इनकार किया है।

यह भी पढ़ें   Delhi Blast: दिल्ली के प्रशांत विहार में धमाका, पुलिस को मिली सफेद पाउडर जैसी चीज

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्यों से जवाब मांगा
जस्टिस बीवी नागरथना और जस्टिस एन कोटिस्वर सिंह की बेंच ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक की सरकारों को नोटिस जारी कर बच्चे की स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 7 जनवरी को होगी।

अतुल सुभाष की आत्महत्या से जुड़ी गिरफ्तारी
इंजीनियर सुभाष की आत्महत्या के मामले में कई गिरफ्तारियां हुई हैं। पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग सिंघानिया को बेंगलुरु पुलिस ने 16 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने सुभाष के छोड़े गए सुसाइड नोट और वीडियो के आधार पर तीनों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। अभी वे न्यायिक हिरासत में हैं।

सिंघानिया फैमिली ने जमानत याचिका लगाई
निकिता सिंघानिया के परिजनों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में इस मामले में अग्रिम जमानत के लिए अपील की है। वरिष्ठ वकील मनीष तिवारी ने सुशील सिंघानिया की उम्र (69 वर्ष) और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का हवाला देते हुए आरोपों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का दावा किया। जस्टिस आशुतोष श्रीवास्तव ने सुशील को 50 हजार रुपए के निजी मुचलके और सख्त शर्तों के साथ अग्रिम जमानत दी है, जिसमें पुलिस जांच के लिए उपलब्ध रहना और पासपोर्ट सरेंडर करना शामिल है।

यह भी पढ़ें   अगर आपकी पत्नी में है ये 4 गुण तो आप हैं काफी भाग्यशाली, जानें कैसे?

अतुल सुभाष के परिवार की क्या है मांग?

इंजीनियर अतुल सुभाष के परिवार ने आरोप लगाया कि निकिता और उनके परिवार ने झूठे कानूनी मामलों और पैसों की मांग कर अतुल को बुरी तरह प्रताड़ित किया। पिता पवन कुमार और भाई बिकास कुमार ने अतुल की अस्थियों को तब तक न बहाने की कसम खाई है जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता।

भाई बिकास कुमार ने कहा- ‘जो लोग इस घटना के पीछे हैं, उन्हें भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए। जब तक हमारे खिलाफ झूठे मामले वापस नहीं लिए जाते, हमें न्याय नहीं मिलेगा। हमारा संघर्ष जारी रहेगा।’

बिकास ने अपने भतीजे की सुरक्षा पर भी चिंता जताई और कहा- ‘मुझे अपने भतीजे (अतुल के बेटे) की सुरक्षा की चिंता है। हमने उसे हाल की तस्वीरों में नहीं देखा है। हम उसके ठिकाने की जानकारी चाहते हैं और उसकी कस्टडी जल्द से जल्द चाहते हैं।’

Continue Reading

देश

10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें निर्माणाधीन, 200 रेक का निर्माण प्रौद्योगिकी साझेदारों के जिम्मे: अश्विनी वैष्णव

avatar

Published

on

  • विश्व स्तरीय यात्रा के अनुभव के लिए भारतीय रेल अप्रैल 2018 से केवल एलएचबी कोच बना रहा है; 2004-14 की तुलना में 2014-24 के दौरान निर्मित एलएचबी कोचों की संख्या 16 गुना से अधिक है।
  • “सुगम्य भारत मिशन” के हिस्से के रूप में भारतीय रेल दिव्यांगजनों और कम गतिशीलता वाले यात्रियों को अधिकांश मेल/एक्सप्रेस रेलगाड़ियों और वंदे भारत ट्रेनों में व्यापक सुविधाएं प्रदान करता है।

वर्तमान में देश में लंबी और मध्यम दूरी की यात्रा के लिए 10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें निर्माणाधीन हैं। पहला प्रोटोटाइप निर्मित हो चुका है और इसका फील्ड ट्रायल किया जाएगा। इसके अलावा, 200 वंदे भारत स्लीपर रेक के निर्माण का काम भी प्रौद्योगिकी भागीदारों को सौंपा गया है। सभी रेलगाड़ियों के उपयोग में आने की समयसीमा उनके सफल परीक्षणों पर निर्भर है। 02 दिसंबर 2024 तक, देश भर में छोटी और मध्यम दूरी की यात्रा के लिए भारतीय रेल के ब्रॉड गेज विद्युतीकृत नेटवर्क पर 136 वंदे भारत रेलगाड़ी सेवाएं जारी हैं।

यह भी पढ़ें   केबिन क्रू और पायलटों की कमी से जूझ रहा एयर इंडिया, कई फ्लाइटें लेट

रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक वक्तव्य में कहा कि विश्व स्तरीय यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए भारतीय रेल के ब्रॉड गेज विद्युतीकृत नेटवर्क पर वर्तमान में चेयर कार वाली 136 वंदे भारत रेल सेवाएं जारी हैं। अक्टूबर 2024 तक वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ियों की कुल क्षमता 100% से अधिक होगी।

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय रेल की उत्पादन इकाइयां अप्रैल 2018 से केवल एलएचबी कोच बना रही हैं। पिछले कुछ वर्षों में एलएचबी कोच का उत्पादन लगातार बढ़ा है। 2014-24 के दौरान निर्मित एलएचबी कोच की संख्या 2004-14 के दौरान निर्मित (2,337) संख्या से 16 गुना (36,933) अधिक है। भारतीय रेल (आईआर) ने एलएचबी कोचों की भरमार कर दी है जो तकनीकी रूप से बेहतर हैं और इनमें एंटी क्लाइम्बिंग व्यवस्था, विफलता संकेत प्रणाली के साथ एयर सस्पेंशन और कम संक्षारक शेल जैसी विशेषताएं हैं।

यह भी पढ़ें   26 फरवरी राशिफल: सूर्य की तरह चमकेगा इन 4 राशियों का भाग्य

“सुगम्य भारत मिशन” (सुलभ भारत अभियान) के हिस्से के रूप में, भारतीय रेल दिव्यांगजनों और कम गतिशीलता वाले यात्रियों के लिए सुगमता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत, रैंप, सुलभ पार्किंग, ब्रेल और स्पर्शनीय संकेत, कम ऊंचाई वाले काउंटर और लिफ्ट/एस्कलेटर जैसी व्यापक सुविधाएँ प्रदान की गई हैं।

नवंबर 2024 तक भारतीय रेल ने 399 स्टेशनों पर 1,512 एस्कलेटर और 609 स्टेशनों पर 1,607 लिफ्टें स्थापित की थीं जो पिछले दशक की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है – क्रमशः 9 और 14 गुना की वृद्धि। इसके अलावा, अधिकांश मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियों में चौड़े प्रवेश द्वार, सुलभ शौचालय और व्हीलचेयर पार्किंग वाले कोच उपलब्ध हैं, जबकि वंदे भारत रेलगाड़ियां दिव्यांगजनों के लिए स्वचालित दरवाजे, निर्धारित स्थान और ब्रेल साइनेज जैसी सुविधाओं के साथ बेहतर सुगमता प्रदान करती हैं।

Continue Reading
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement

Trending