Connect with us

छत्तीसगढ़

बिलासपुर मंडल के टीटीई को मिले 50 वॉकी-टॉकी, यात्री सेवा और सुरक्षा में होगी सुधार

avatar

Published

on

संचार उपकरण के माध्यम से बेहतर यात्री सेवा प्रदान करने
की दिशा में महत्वपूर्ण पहल !

बिलासपुर मंडल के टिकट चेकिंग (TTE) कर्मचारियों को प्रदान किये गए 50 वॉकी-टॉकी !

बिलासपुर : दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर मंडल में यात्री सेवा और सुविधा को और बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत ट्रेनों के टीटीई (ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर) को वॉकी-टॉकी उपकरण प्रदान किए गए हैं। इस पहल का उद्देश्य यात्रियों की सहायता, आपसी समन्वय और सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करना है।

वॉकी-टॉकी के उपयोग से टीटीई स्टाफ अब किसी भी आपातकालीन स्थिति में अपने सहयोगियों से तुरंत संपर्क स्थापित कर सकेंगे, जिससे त्वरित सहायता और बेहतर समन्वय के साथ यात्री सेवा में सुधार होगी | इसकी सहायता से अन्य कोचों में कार्यरत सहयोगी टीटीई स्टाफ से समन्वय कर आरएसी, वेटिंग टिकट क्लियर करने तथा अन्य कोचों में बैठे यात्रियों को उनके आरक्षित कोच व सीट में बैठाने में सहायक होगी | साथ ही स्टेशन में मौजूद स्पेशल टीम से सीधे संपर्क स्थापित कर जरूरतमंद यात्रियों की हर संभव सहायता भी की जा सकेगी | इस प्रकार यह सुविधा बेहतर यात्री सेवा उपलब्ध कराने में सहायक सिद्ध होगी।

यह भी पढ़ें   Orange alert in Chhattisgarh: प्रदेश में दो दिनों तक छाया रहेगा कोहरा, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट

इसके अलावा मंडल के भनवारटांक घाट सेक्शन व दघोरा-जामगा जैसे नेटवर्क विहीन सेक्शन जहां मोबाइल के माध्यम से संपर्क स्थापित नहीं हो पाता है | ऐसे जगहों पर आपात कालीन स्थिति में भी इस उपकरण की सहायता से टीटीई स्टाफ आपसी समन्वय स्थापित कर जरूरत मंद यात्रियों की सहायता कर सकेंगे |

वरि.मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री अनुराग कुमार सिंह ने बताया, यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और सेवा में सुधार की दिशा में एक और महत्वपूर्ण पहल है। टीटीई को वॉकी-टॉकी उपकरणों से लैस करने से हम आपसी संवाद और सहयोग को और मजबूत बना पाएंगे, जिससे ट्रेनों में यात्रियों की अधिकाधिक मदद की जा सकेगी साथ ही उन्हें अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिल सकेगा।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

blog

Bilaspur के नामी LCIT Group of Institutions का छात्रों के साथ भयानक फर्जीवाड़ा : वादे बड़े-बड़े, हकीकत पानी-पानी!

avatar

Published

on

LCIT Group of College bilaspur

बिलासपुर: LCIT Group of Institutions – Bilaspur, जो हर साल एडमिशन के दौरान बड़े-बड़े वादे और लुभावने दावे करता है, उसकी सच्चाई अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है। दावा किया जाता है कि यहां आधुनिक लैब्स, अनुभवी फैकल्टी और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा — लेकिन ग्राउंड रियलिटी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

बारिश आई, लैब्स ने छलनी बनकर स्वागत किया!
हमें मिले वीडियो में कॉलेज की लैब्स से टपकती छतें साफ़ दिखाई दे रही हैं। जहां स्टूडेंट्स को मशीनों के साथ प्रैक्टिकल करना चाहिए था, वहां अब पानी से बचने के लिए प्लास्टिक की बाल्टियाँ रखी जा रही हैं। सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशालाएं ही सुरक्षित नहीं, तो शिक्षा कितनी सुरक्षित होगी?

यह भी पढ़ें   मुख्यमंत्री भूपेश तीन दिनों तक यूपी में करेंगे चुनाव प्रचार

फैकल्टी? बस कागज़ों पर!
सूत्रों के अनुसार, यहां कई फैकल्टी सदस्य केवल ऑन पेपर मौजूद हैं। यानी नाम तो है, पर काम में कहीं नजर नहीं आते। छात्रों का कहना है कि कई विषयों की क्लास ही नियमित नहीं होती।

इंजीनियरिंग प्रिंसिपल भी सिर्फ नाम के!
कहा जा रहा है कि इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रिंसिपल भी फुल टाइम नहीं है, बल्कि केवल औपचारिकता निभाने के लिए कागजों पर मौजूद हैं। यह छात्रों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।

स्टाफ की नियुक्ति पर भी सवाल
बताया जा रहा है कि अधिकांश स्टाफ या तो यहीं के पुराने छात्र हैं या फिर अन्य कॉलेज से किसी वजह से हटाए गए लोग हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग जाता है।

यह भी पढ़ें   कौशलेंद्र राव लॉ कॉलेज बिलासपुर में आयोजित होली मिलन समारोह

🎙 बिलासपुर के इस संस्थान की मार्केटिंग चमचमाती है, लेकिन हकीकत में ढहती छतें, दिखावटी स्टाफ और खोखले दावे छात्रों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ज़रूरत है कि शिक्षा को सिर्फ व्यापार न बनाकर, जिम्मेदारी समझा जाए

Continue Reading

छत्तीसगढ़

CG News: सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी, घने जंगलों से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद

avatar

Published

on

बीजापुर के कोमटपल्ली के जंगलों से जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। घने जंगल में पहाड़ों के बीच नक्सलियों ने सामग्री छुपाकर रखा था।

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद किया है। नक्सलियों ने कोमटपल्ली जंगल-पहाड़ में बड़े चट्टानों के बीच हथियार और अन्य सामान छुपा कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों की संयुक्त टीम ने बरामद किया है।

बरामद किए गए सामग्रियों में गैस वेल्डिंग मशीन मय नोजल, आक्सीजन सिलेण्डर, गैस वेल्डिंग में उपयोग आने वाला पावडर- 8 डिब्बा, इन्वर्टर- 1 नग, स्टेबलाईजर 5 नग, स्टील कंटेनर 3 नग, कमर्सियल मोटर 3 नग, ब्लोवर(धौकनी मशीन)- 2 नग, ग्लेण्डर मोटर- 1 नग, वेल्डिंग राड 200 नग, टुकड़ा लोहे का राड छोटा बड़ा 3- 3 नग, खाली मैग्जीन 3 नग, इलेक्ट्रिक स्वीच- 65 नग, रायफल सिलिंग -08 नग और 2 नग पोच शामिल है।

यह भी पढ़ें   मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय स्वीप कोर कमेटी की हुई बैठक
Continue Reading

छत्तीसगढ़

निर्देश के बाद भी लापरवाही: धड़ल्ले से जल रही पराली, प्रदूषण बढ़ने का मंडरा रहा खतरा

avatar

Published

on

नगरी में रबि फसल की तैयारी के लिए किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है।

छत्तीसगढ़ के नगरी के किसान इन दिनों रबि फसल की तैयारी में जुट गए हैं। इसी के साथ खेतों में लगातार पराली जलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। किसान लगातार खेतों में पराली को आग के हवाले कर रहे हैं जिसके चलते प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इन किसानों को पराली जलाने से रोकने वाला भी कोई नहीं है।

दरअसल, जिला प्रशासन ने पैरादान करने का निर्देश दिया था। इसके बाद भी किसान लगातार पराली को आग के हवाले कर रहे हैं। जिसके कारण प्रदूषण फैलने की संभावना बढ़ गई है। नगरी सिहावा के आसपास के गांव के अधिकतर किसान पैरा में जलाते हुए नजर आ रहे है। वहीं विभागीय अधिकारी का उदासीनता के चलते भी किसान बेख़ौफ़ होकर पराली जला रहे हैं।

यह भी पढ़ें   CG Breaking: 6 तहसीलदार और 8 नायब तहसीलदारों का हुआ ट्रांसफर, देखें लिस्ट
Continue Reading
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement

Trending